fbpx

अमेरिका की नाराजगी को दरकिनार कर,भारत रूस में सुखोई-30 फायटर जेट खरीदने का हुआ सौदा

अमेरिका कभी नहीं चाहता कि भारत कोई भी रक्षा सौदा रूस के साथ करे और हमेशा वह भारत के ऊपर इस बात का दबाव भी बनाता रहता है लेकिन भारत सरकार की प्राथमिकता हमेशा देश की सुरक्षा के साथ समझौता न करने की रही है और इसी नीति के तहत वह अमेरिका की आपत्तियों को दर किनार कर रूस से एक बड़ा रक्षा सौदा करने जा रहा है।रूस से भारत 12 सुखोई-30 मल्टी-रोल फाइटर जेट खरीदने में जुटा है। दोनों देशों के बीच इस सौदे पर लगातार चर्चा जारी है। सौदा फास्ट ट्रैक रूट से किया जा रहा है। फाइटर जेट्स का फैसला होने के तुरंत बाद ये लड़ाकू विमान वायुसेना को सौंप दिए जाएंगे, जिससे उसकी ताकत पहले से और ज्यादा मजबूत हो जाएगी।

भारत के रक्षा सूत्रों के मुताबिक,रक्षामंत्रालय ने भारतीय वायु सेना के घटते स्क्वाड्रन के मद्दे नजर सुखोई—30 और मिग—29 के अतिरिक्त विमानो को बेड़े में जोड़ने का फैसला किया है।हालांकि इससे पहले यह माना जा रहा था कि वायुसेना रूस से 18 सुखोई यानि एक स्क्वाड्रन लड़ाकू विमान हासिल करेगी।

अमेरिका भारत के रूस के साथ होने वाले रक्षा सौदे से नाराज है।अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत व्दारा रूस से एस—400 मिसाइल सिस्टम खरीदने पर आपत्ति जताई थी और अब भारत एक ओर नया सौदा करने जा रहा है। इस सौदे के लिए भारत के आग्रह पर रूस ने काम भी शुरू कर दिया है।