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भारत औरअमेरिका में टैरिफ वार से हो रहा बड़ा नुकसान, मुद्दा सुलझाने के लिए दोनों सरकारों ने लिया बड़ा निर्णय

ट्रम्प सरकार की नीतियों के कारण अमेरिका और भारत में ट्रेड वर जैसी स्थिति बनी हुई है और इसका नुकसान दोनों देशों के व्यापार को हो रहा है लेकिन अब दोनों देशों की सरकार ने इस विवाद को ख़त्म करने का निर्णय लिया है और दोनों देश व्यापारिक संबंध सुधारने की कोशिश कर रहे हैं. भारत और अमेरिका के इस विवाद का समाधान निकालने के लिए बड़े अधिकारीयों की मुलाकात संभव है.विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने इस बात की जानकारी दी है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार ओसाका में जी-20 समिट के बैठक में पीएम मोदी की ट्रंप के साथ मुलाकात में ही यह फैसला लिया गया था कि दोनों पक्षों के अधिकारी व्यापार से संबंधित सभी बचे मुद्दों को हल करने के लिए मिलेंगे.भारत और अमेरिका के व्यापारिक संबंध इन दिनों ठीक नहीं हैं.

हाल ही में अमेरिका से आयात किए जाने वाले सामानों पर भारत द्वारा सीमा शुल्क बढ़ाये जाने पर ट्रंप ने भारत के खिलाफ सख्त टिप्पणी की और कहा कि ये टैरिफ अब स्वीकार्य नहीं हैं.

ट्रंप ने कहा कि अमेरिका को अब इसके खिलाफ खड़ा होने की जरूरत है.ट्रंप ने जापान में जी-20 सम्मेलन से पहले भी ऐसे ही ट्वीट किए थे. मंगलवार को एक बार फिर से ट्रंप ने कहा कि भारत लगातार अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ बढ़ा रहा है…अब ये स्वीकार्य नहीं है. 27  जून  को जी-20 सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात से पहले भी ट्रंप ने ऐसी ही टिप्पणी की थी. तब ट्रंप ने कहा था, “मैं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने जा रहा हूं. भारत सालों तक अमेरिकी सामानों पर ज्यादा सीमा शुल्क लगाता आ रहा है, हाल ही में भारत ने इसमें और बढ़ोतरी कर दी है, ये स्वीकार्य नहीं है, इन्हें वापस लेना ही पड़ेगा.

ट्रम्प सरकार की नीतियों के कारण अमेरिका और भारत में ट्रेड वर जैसी स्थिति बनी हुई है और इसका नुकसान दोनों देशों के व्यापार को हो रहा है लेकिन अब दोनों देशों की सरकार ने इस विवाद को ख़त्म करने का निर्णय लिया है और दोनों देश व्यापारिक संबंध सुधारने की कोशिश कर रहे हैं. भारत और अमेरिका के इस विवाद का समाधान निकालने के लिए बड़े अधिकारीयों की मुलाकात संभव है.विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने इस बात की जानकारी दी है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार ओसाका में जी-20 समिट के बैठक में पीएम मोदी की ट्रंप के साथ मुलाकात में ही यह फैसला लिया गया था कि दोनों पक्षों के अधिकारी व्यापार से संबंधित सभी बचे मुद्दों को हल करने के लिए मिलेंगे.भारत और अमेरिका के व्यापारिक संबंध इन दिनों ठीक नहीं हैं.

हाल ही में अमेरिका से आयात किए जाने वाले सामानों पर भारत द्वारा सीमा शुल्क बढ़ाये जाने पर ट्रंप ने भारत के खिलाफ सख्त टिप्पणी की और कहा कि ये टैरिफ अब स्वीकार्य नहीं हैं.

ट्रंप ने कहा कि अमेरिका को अब इसके खिलाफ खड़ा होने की जरूरत है.ट्रंप ने जापान में जी-20 सम्मेलन से पहले भी ऐसे ही ट्वीट किए थे. मंगलवार को एक बार फिर से ट्रंप ने कहा कि भारत लगातार अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ बढ़ा रहा है…अब ये स्वीकार्य नहीं है. 27  जून  को जी-20 सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात से पहले भी ट्रंप ने ऐसी ही टिप्पणी की थी. तब ट्रंप ने कहा था, “मैं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने जा रहा हूं. भारत सालों तक अमेरिकी सामानों पर ज्यादा सीमा शुल्क लगाता आ रहा है, हाल ही में भारत ने इसमें और बढ़ोतरी कर दी है, ये स्वीकार्य नहीं है, इन्हें वापस लेना ही पड़ेगा.