fbpx

क्या सच में 1971 की लड़ाई के दौरान देश छोड़कर चले गये थे राजीव गांधी, जानें पूरी घटना के बारे में

देश में कंप्यूटर और संचार क्रान्ति लाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी केवल 40 साल की उम्र में ही भारत के प्रधानमंत्री बन गये थे | लेकिन कई लोगों का दावा है कि डिजिटल इंडिया के जनक कहे जाने वाले प्रधानमंत्री राजीव गांधी ऐसा वक्त देश छोड़कर चले गये थे जब उनकी सबसे ज्यादा आवश्यकता थी |

1971 में हुए युद्ध के दौरान सभी कर्माचारियों एवं पायलटों की छुट्टी को रद्द कर दिया गया था | लेकिन सच में यह हैरानी की बात है कि देश में एक ऐसा भी पायलट था जो इस समय भी छुट्टी पर रहा, जी हाँ उनका नाम है राजीव गांधी | इस बात की पुष्टि उस समय के पायलटों और कर्मचारियों ने की है | लेकिन संचार माध्यम उस समय इतना विकसित न था जितना आज है, इसी कारण यह बात चर्चा का विषय नहीं बन पाई |

उस दौरान राजीव गाँधी अपनी पत्नी सोनिया गांधी उर्फ़ अंटोनियो माइनों के साथ इटली चले गये थे | जब पाकिस्तानी जनरल नियाजी ने सरेंडर वाले कागजातों पर अपने हस्ताक्षर कर दिए और औपचारिक तौर पर युद्ध की समाप्ति हो गयी, तब पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी इटली से वापस लौटकर आए थे |